हम जब सुबह उठते हैं, तो हम अपने mobile को देखते हैं और न मिलने पर परेशान हो जाते हैं। और जब हम सोते हैं उस समय भी हम mobile देखकर ही सोते हैं, न देखें तो नींद ही नहीं आती हैं।
अभी जो युग चल रहा है, इसे mobile युग भी कह सकते हैं। Mobile के बिना इस युग में रहना मुश्किल है। और बोलें तो एक प्रकार से नामुमकिन भी है। आज कल के छोटे-छोटे बच्चे भी mobile से ही पढ़ रहे हैं, और उनके class भी कभी कभी online ही हो रहे हैं। कालेज में सभी students को mobile पर book भी मिल जा रहें हैं। जब कहीं आप नौकरी करने जाते हो। तों वाहा भी mobile के बिना communication नहीं हो सकता हैं।
इस मोबाइल के जाल आपको चारों तरफ से फंसा रहे हैं। और आप इस जाल में फंसते जा रहें हों। हम mobile का उपयोग कम कर रहे हैं, और mobile हमारा दुरुपयोग ज्यादा कर रहा है। हमे खुद को दुरूपयोग करने से बचना है। तो mobile को उस समय ही अपने हाथ में रखे जब उसकी जरूरत हो। जब mobile का उपयोग न हो तो उसे अपने pocket में ही रखे। इस तरह से आप खुद का दुरूपयोग कम करेंगे।
आपका समय बहुत ही मुल्यवान है इसका दुरूपयोग करने से बचें!
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