एक मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चों का जीवन

 जब एक मध्यम वर्गीय परिवार किसी बच्चे का जन्म होता है। पूरा परिवार खुश होता है औ।पूरे गांव में मिठाई बांटी जाती है, और जब वह पांव ज़मीन पर रखना सिखता है। तो उसके परिवार वाले उसकी पूरी जिंदगी लिख रहे होते हैं, की वह  पढ़ेंगा क्या पढ़ेंगा कौन सा विषय पढ़ेंगा जब वह छोटा बच्चा स्कुल जाने लगता है, तो फिर शीक्षक बोलते हैं, आपका लडका पढ़ाई लिखाई में कमजोर है। तो पिता जी बोलते हैं, सर ऐसे कैसे हो सकता है उसे तो मैं इंजिनीयर् बनाने को सोचा हु। आप हि कुछ किजिए । तब सर जी बोलते हैं, ठिक है, आप मेरे पास अपने बच्चे को टिवशन में पढ़ने के लिए भेज दिजिए गा। पिता जी ख़ुश होकर आते हैं ,अब मेरा बेटा पढ़-लिख कर इंजिनियर बनेगा सर जी बोले है, अब लड़का भी जैसे - तैसे पढ़ने लगता है। और दस पास कर लेता है अब वह बोलता हैं मुझसे विज्ञान कि पढ़ाई नहिं हो पा रही है अब मैं कला कि पढ़ाई करुंगा । तब पिता जी बोलते हैं तुम जब इस घर में जन्म लिया था, उसी समय मैं बोला था मेरा बेटा इंजिनियर बनेगा । और तुम बोल रहे हो , कि मैं कला का पढ़ाई करुंगा ये नहीं होगा तुम्हें विज्ञान कि पढ़ाई करनी है और इंजिनियर बनना है। अब मध्यम वर्गीय परिवार के लड़के मां और पिता जी की बातों का सम्मन भी करते हैं अब फिर से वह जैसे- तैसे विज्ञान कि पढ़ाई कि उसके बाद इंजिनियर की भी पढ़ाई पूरा किया अब पढ़ाई ख़त्म हो गई अब नौकरी करो । अब उसमध्यम वर्गीय परिवार के लड़के के सामने बड़ी चुनौती आ गई , उसने पढ़ाई तो मन से किया नहीं पिताजी बोले वह जैसे- तैसे कर लिया अब पढ़ाई जैसे- तैसे करेेेगा तो नौकरी भी जैसे- तैसे ही मिलेगा आखिर कार मध्यम वर्गीय परिवार का लड़का हैं।
सपने होंगे बड़े बड़े नौकरी मिलेगी जैसी- तैसी मध्यम वर्गीय नौकरी इनके पास आएगी क्योंकि वहां जैसे- तैसे वाले पहले से हि कम पैसों में कर रहे हैं। अब बात याहा तक आ गई कि वही पिता जी  अपने बच्चे के रिस्तेदारो के पास जा रहे हैं, मेरे बेटे कि कहीं नौकरी लगा दो अब गलती से नौकरी लग गई तो अब फिर एक बार सुरू हुआमध्यम वर्गीय परिवार के लड़के कि नौकरी अब उसका मालिक गुश्से कुछ बोल दिया । फिर मध्यम वर्गीय परिवार के लड़के ठहरें नौकरी छोर दि जैसे- तैसे शादी भी नौकरी भी छुट गई अब आया मध्यम वर्गीय परिवार के लड़के के जिवन काल में महाकाल घर के अंदर औरत के ताने सुनो घर के बाहर पिता जी के , और सड़क पर समाज के  

यह जीवन है मध्यम वर्गीय परिवार के लड़कों का सबसे ऊपर आता है, इनकी जिंदगी में जैसे- तैसे रहता है ।



                                                     यह एक प्रकार का काल्पनिक कहानी है इसमें किसी के भावनाओं को ठेस पहुंचाने कि कोशिश नहीं की गई है।

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